टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान: बाकानेर क्षेत्र की 12 पंचायतों को मिली मान्यता
सरपंचों-सचिवों का हुआ सम्मान, टीबी उन्मूलन अभियान को मिली बड़ी सफलता
📍बाकानेर | ✍️ सैयद रिजवान अली
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत बाकानेर क्षेत्र की 12 ग्राम पंचायतों को "टीबी मुक्त ग्राम पंचायत" घोषित किया गया है। यह उपलब्धि वर्ष 2023-2024 के दौरान चलाए गए प्रभावी अभियान और पंचायतों के सक्रिय सहयोग का परिणाम है।
🏅 सम्मान समारोह का आयोजन
ग्राम पंचायत बाकानेर में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान निम्नलिखित ग्राम पंचायतों के सरपंचों और सचिवों को प्रमाण पत्र एवं महात्मा गांधी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया:
🟢 टीबी मुक्त घोषित पंचायतें:
- ग्राम आमसी
- ग्राम अहेरवास
- ग्राम बडिया
- ग्राम दाबड़
- ग्राम दसाई
- ग्राम करोदिया खुर्द
- ग्राम करोदिया मोटा
- ग्राम रामाधामा
- ग्राम उखलदा
- ग्राम रणगांव
- ग्राम उमरबन कला
- ग्राम उमरबन खुर्द
इस अवसर पर वरिष्ठ सचिव निर्मल सिसोदिया सहित सभी सचिवों और सरपंचों का उत्साहवर्धन किया गया।
सम्मान प्रदान करने वालों में डॉ. ब्रह्मा राज कौशल, डॉ. वीरेन्द्र धारवे, BPM देवकरण खांडे, BCM डोडवे, STS कप्तान सिंह कनेल, STLS बख्तावर ठाकुर और सुपरवाइज़र कालू सिंह बर्मन शामिल रहे।
🩺 निक्षय पोषण योजना की जानकारी
BPM देवकरण खांडे ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय (टीबी) उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मरीजों को हर महीने ₹1000 की सहायता राशि प्रदान की जाती है। कुल 6 माह तक मरीज को ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके अलावा:
✔ मरीजों को निशुल्क दवाइयाँ
✔ समय-समय पर नि:शुल्क जांच सुविधाएं
✔ पोषण सहायता और मानसिक परामर्श भी उपलब्ध कराया जाता है।
📢 सरकारी प्रयासों और जनसहयोग का परिणाम
यह सफलता सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की नहीं, बल्कि पंचायत स्तर पर जन-जागरूकता, सक्रिय निगरानी और नियमित इलाज के कारण संभव हो पाई है। इससे यह प्रमाणित होता है कि यदि ग्राम स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन ईमानदारी से किया जाए, तो देश को क्षयरोग से मुक्त करना संभव है।
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