'ऑपरेशन सिंदूर' पाकिस्तान सेना के ताबूत में आख़िरी कील साबित होगा : शैला अहमद
- यह युद्ध नहीं, इंसानियत की जंग है हैवानियत के खिलाफ: पूर्व सांसद
नई दिल्ली|✍️नौशाद कुरैशी
भारतीय सेना द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर देशभर में प्रतिक्रिया तेज़ है। इसी क्रम में पूर्व सांसद शैला अहमद ने इस सैन्य कार्रवाई की सराहना करते हुए भारतीय सेना को बधाई दी और इसे मोदी सरकार की निर्णायक नीति का नतीजा बताया।
शैला अहमद ने कहा, "यह मोदी सरकार है, हम कहते नहीं हैं, करके दिखाते हैं। यह ऑपरेशन सिर्फ सैन्य सफलता नहीं, बल्कि भारत की संप्रभुता की रक्षा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है।"
एक विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई न केवल उचित है, बल्कि आवश्यक भी थी। "लड़ाई या युद्ध किसी को पसंद नहीं। लेकिन जब मासूम लोगों को खेलते-खाते हुए आतंकवादी मार डालते हैं, तो यह इंसानियत के खिलाफ जुर्म बन जाता है। ऐसे में भारत का जवाब देना अनिवार्य हो जाता है।"
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए कहा, "यह युद्ध नहीं, इंसानियत की वह लड़ाई है, जो हैवानियत के खिलाफ लड़ी जा रही है। यह प्रतिशोध आवश्यक था ताकि दुश्मनों को सख्त संदेश मिले और उनके मंसूबे ध्वस्त हों।"
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि पूरा देश इस समय एकजुट है और सेना व सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व क्षमता की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे सशक्त निर्णय भारत की सुरक्षा और गरिमा बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।
'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में हलचल तेज है और इसे आतंकी हमलों के जवाब में भारत की नई आक्रामक रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
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