अतिथि विद्वानों की गुहार: अबकी बार, नौकरी स्थायी हो सरकार!


  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपा नियमितीकरण का मांग पत्र

मनावर|✍️सैयद रिजवान अली

शासकीय महाविद्यालय उमरबन (जिला धार) के छात्र और भाजपा समर्थक श्री जितेंद्र डावर ने अतिथि महाविद्यालय विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चे की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन उमरबन में आयोजित जिला स्तरीय विवाह-निकाह सम्मेलन के दौरान दिया गया, जहां मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।

ज्ञापन में अतिथि विद्वानों ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मुख्यमंत्री निवास में आयोजित महापंचायत के दौरान की गई घोषणाओं को अब तक अधूरा बताया। उन्होंने हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां अनुभव के आधार पर अतिथि विद्वानों का नियमितीकरण किया गया है, तो फिर मध्यप्रदेश में ऐसा क्यों नहीं हो रहा।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में 20 से 25 वर्षों से सेवाएं दे रहे हजारों अतिथि विद्वान आज भी अस्थायी और असुरक्षित भविष्य के साथ कार्यरत हैं। अतिथि विद्वानों ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि "अभी नहीं तो कभी नहीं", कृपया हमारे भविष्य को सुरक्षित किया जाए और नियमितीकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। 

मांग पत्र की प्रति - 




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